जयपुर। जेट एयरवेज के गुरुवार को मुंबई से जयपुर जा रहे एक विमान में पायलट ‘ब्लीड स्विच’ दबाना भूल गए जिससे 30 यात्रियों की नाक और कान से खून बहने लगा और कई अन्य यात्री बीमार हो गए। नागरिक उड्डयन मंत्री ने घटना को गंभीरता से लेते हुए घटना की जांच के आदेश दिए हैं। जेट एयरवेज की उड़ान संख्या 9डब्ल्यू-697 ने गुरुवार सुबह मुंबई से जयपुर के लिए उड़ान भरी थी।
विमान में 166 यात्री तथा चालक दल के पांच सदस्य थे। पायलट उड़ान भरने के बाद विमान का ‘ब्लीड स्विच’ चालू करना भूल गए, जिससे केबिन में हवा का दबाव काफी कम हो गया। इससे 30 यात्रियों की नाक से खून बहने लगा तथा कई अन्य यात्रियों ने कान तथा सिर में दर्द की शिकायत की। विमान को आपात स्थिति में वापस मुंबई उतारना पड़ा जहां चिकित्सा आपात स्थिति घोषित करते हुए बीमार यात्रियों का इलाज किया गया।
अपने आप खुल गए ऑक्सीजन मास्क
उड़ान भरते समय ब्लीड स्विच आॅन नहीं करने के कारण केबिन के अंदर हवा का दबाव काफी कम हो गया जिससे 30 यात्रियों की नाक से खून बहने लगा और कई अन्य यात्रियों ने सिरदर्द तथा कान में दर्द होने की शिकायत की। इस दौरान यात्रियों की सीट के ऊपर लगे आॅक्सीजन मास्क अपने आप खुल गए। पायलट ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए विमान को वापस मुंबई हवाई अड्डे पर उतारने का फैसला किया।
दोनों पायलटों को हटाया
नागर विमानन महानिदेशालय को मामले की रिपोर्ट दे दी गई है तथा जांच पूरी होने तक दोनों पायलटों को ड्यूटी से हटा दिया गया है। नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और इसकी जांच के आदेश दिए हैं। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो मामले की जांच कर रहा है। डीजीसीए ने बताया कि यह बोइंग का बी-737 विमान था।
विमानन क्षेत्र के सुरक्षा ऑडिट के आदेश
जेट एयरवेज की एक उड़ान में पायलट की गलती से केबिन में हवा का दबाव कम होने के कारण आज कई यात्रियों के बीमार पड़ने तथा पिछले दिनों एयर इंडिया के दिल्ली से न्यूयॉर्क जा रहे विमान में कई उपकरणों के खराब होने जैसी घटनाओं के मद्देनजर नागरिक उड्डयन मंत्री ने नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) को पूरे विमानन क्षेत्र के वृहद सुरक्षा आॅडिट के आदेश दिए हैं। प्रभु ने अधिकारियों को आदेश दिया है कि वाणिज्यिक उड़ान भरने वाली सभी विमान सेवा कंपनियों, सभी हवाई अड्डों, पायलट प्रशिक्षण संस्थानों तथा विमानों के मरम्मत एवं रखरखाव संस्थानों का तुरंत आॅडिट किया जाए। उन्होंने 30 दिन के अंदर इसकी रिपोर्ट मांगी है।
अस्पताल से छुट्टी मिली
बीमार पड़े सभी यात्रियों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। विमान सेवा कंपनी ने बताया कि गुरुवार सुबह की घटना के बाद पांच यात्रियों को अस्पाताल में भर्ती कराना पड़ा था जिन्हें अब छुट्टी दे दी गई है। 144 यात्रियों को सुबह ही दूसरे विमान से जयपुर भेज दिया। गया था। अन्य 17 यात्रियों ने बाद में जयपुर जाने की बात कही थी जबकि पांच यात्रियों को ज्यादा बीमार होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।