नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर चीन की प्रतिक्रिया पर सरकार ने गहरी आपत्ति दर्ज करते हुए शनिवार को कहा कि अरुणाचल देश का अभिन्न अंग है और प्रधानमंत्री तथा अन्य भारतीय नेताओं के वहां के दौरे पर जाने में कुछ भी गलत नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अभाज्य अंग है। भारतीय शेष नेता देश के अन्य हिस्सों की तरह समय समय पर अरुणाचल प्रदेश जाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बारे में चीन को विभिन्न मौकों पर अवगत कराया जाता रहा है।
क्या कहा था चुनइंग ने
प्रवक्ता का यह वक्तव्य चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनइंग के इस बयान के बाद आया है कि चीन सरकार ने अरुणाचल प्रदेश को कभी मान्यता नहीं दी है और वह किसी भी भारतीय नेता के इस क्षेत्र में जाने के पूरी तरह खिलाफ है। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता से बीजिंग में स्थानीय पत्रकारों ने विशेष रूप से सवाल किया था कि बताया जा रहा है कि भारतीय प्रधानमंत्री नौ फरवरी को अरुणाचल प्रदेश जा रहे हैं। इस पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है। इस पर उन्होंने कहाकि चीन का भारत से दोनों देशों के हितों को ध्यान में रखने का आग्रह है। भारत दोनों पक्षों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में सुधार के माहौल में ऐसी किसी भी गतिविधि से दूर रहे जिससे विवाद पैदा होता हो या सीमा का सवाल जटिल हो।